Reusable Launch Vehicle – Pushpak 2024

पुन: प्रयोज्य प्रक्षेपण यान /Reusable Launch Vehicle वे अंतरिक्ष यान होते हैं जो भार (Payload) लेकर अंतरिक्ष में जाते हैं और पृथ्वी पर वापस आकर पुनः प्रयोग हेतु आगामी मिशनों के लिए प्रयोग किये जा सकते हैं। पारंपरिक रॉकेटों  की तुलना में (RLVs) ,लॉन्च लागत कम करने और अंतरिक्ष में कचरे को कम करने के लिए एक बहुत ही महत्वपूर्ण उपाय करता है।

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पुन: प्रयोज्य प्रक्षेपण यान | reusable launch vehicle

 पुन: प्रयोज्य प्रक्षेपण यान (RLV) /Reusable Launch Vehicle एक ऐसा लॉन्च वाहन है जो कि अंतरिक्ष में उपग्रह को पहचानने के बाद वापस पृथ्वी पर आ जाएगा । पारंपरिक रॉकेटों  की तुलना में पुन: प्रयोज्य प्रक्षेपण यान (RLVs) ,लॉन्च लागत कम करने और अंतरिक्ष में कचरे को कम करने के लिए एक बहुत ही महत्वपूर्ण उपाय करता है।

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RLV की पौराणिक मान्यता | Mythological Aspect

जैसा कि आप सभी जानते हैं महाकाव्य – रामायण में पुष्पक विमान के बारे में बताया गया है कि रावण के पास आकाश मार्ग से विचरण हेतु एक विमान हुआ करता था जिसे पुष्पक विमान (Pushpak Viman)के नाम से भी जाना जाता था। ऐसा माना जाता है कि इस पुस्तक विमान के निर्माता ब्रह्मा जी थे और इस विमान को उन्होंने कुबेर को भेंट स्वरूप दिया था। कालांतर में रावण ने कुबेर से सोने की लंका एवं पुष्पक विमान छीन लिया। जैसा की चर्चित है की रावण ने पुष्पक विमान (Pushpak Viman) का उपयोग श्री राम की पत्नी श्री सीता का अपहरण करने के लिए किया था। श्री राम लंका विजय के उपरांत पुष्पक विमान के द्वारा ही आकाश मार्ग से अयोध्या पहुंचे थे।

पुष्पक
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लागत कुशलता (Cost efficiency)

RLVs का एक महत्वपूर्ण लाभ यह है कि इनकी अंतरिक्ष मिशनों की लागत को बहुत कम करने की क्षमता होती है। रॉकेट के अन्य भागों जैसे रॉकेट बॉडी और इंजन को पुनः प्रयोग करने से RLVs प्रत्येक लॉन्च के लिए महंगी उत्पादन प्रक्रियाओं की आवश्यकता को समाप्त कर देता है। इस प्रकार कीलागत कुशलतानए वाणिज्यिक अंतरिक्ष उद्योगों और वैज्ञानिक अन्वेषण के लिए नई संभावनाओं के झरोखों को खोलना है।

सततता (Sustainability)

अंतरिक्ष में कचरे की बढ़ती चिंता के साथ, अंतरिक्ष मिशनों की सततता (Sustainability)  एक प्रमुख मुद्दा बन गया है । RLVs इस चुनौती का सामना करते हैंतथाअंतरिक्ष मेंप्रत्येक लॉन्च के बाद छोड़े गए हार्डवेयर अवशेष की मात्रा को काम करते हैं। पृथ्वी पर वापस आने एवं पुनः प्रयोग के माध्यम से ये यान एक स्वच्छ और सतत अंतरिक्ष पर्यावरण के लिए योगदान देते हैं।

द्रुत परिवर्तन का समय (Faster Turnaround Time)

पारंपरिक एक्सपेंडेबल रॉकेट को लॉन्च के बीच में व्यापक प्रतिस्थापन (Refurbishment or Replacement) की आवश्यकता होती है, जिससे लंबे विरामकाल का सामना करना पड़ता है। RLVs त्वरित परिवर्तनकाल की समस्या का निदान करते हैं जिससे हम कई द्रुत लॉन्च (Frequent Launches) और मिशन शेड्यूलिंग में अधिक फ्लैक्सिबिलिटी (Greater Flexibility in Mission Scheduling) की सुविधा मिलती है। परिचालन की यह त्वरित गति वाणिज्यिक उपग्रह (Commercial Satellite) परिनियोजन और वैज्ञानिक अनुसंधान मिशन (Scientific Research Mission) दोनों के लिए महत्वपूर्ण है।

अंतरिक्ष तक पहुंच का विस्तार (Expand Access to Space)

अंतरिक्ष अन्वेषण के लिएअंतरिक्ष में प्रवेश के अधिकतम बाधाओं को कम करने के लिए RLVs महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं । छोटे उद्यम (Small Companies) और अन्वेषण संस्थान (Research Institutions) जो पहले कभी उच्च लागत पारंपरिक लॉन्च सेवाओं (Traditional Launch Service) को लेने में सक्षम नहीं थे, वह भीअब उन्हें भी इसकी सहायता से अपने प्रोजेक्ट को लॉन्च करने में फ्लैक्सिबिलिटी हुई है। यह समावेशिता अंतरिक्ष उद्योग के भीतर नवाचार और विविधता को बढ़ावा देती है।

पुन: प्रयोज्य प्रक्षेपण यान (RLV) के क्षेत्र में धुरंधर उद्यम

अनेक एयरोस्पेस कंपनी और अंतरिक्ष एजेंसियां , पुन: प्रयोज्य प्रक्षेपण यान प्रौद्योगिकी (RLVs) बनाने में अग्रणी है। कुछ महत्वपूर्ण उद्यम निम्नलिखित हैं-

स्पेसएक्स (SpaceX )

यह कंपनी फाल्कन-9 एवं फाल्कन भारी रॉकेटों के विकास  के लिए प्रसिद्ध है इसके संस्थापक एलॉन मस्क (Elon Musk) हैं । SpaceX ने अपने प्रयासों को निखारते हुए RLV प्रौद्योगिकी महत्वपूर्ण सुधार किये और सफल लॉन्च और लैंडिंग की पुनः प्रयोगशीलता (Reusability) के क्षेत्र में मील का पत्थर साबित किया । 

ब्लू ओरिजन (Blue Origin)

इस एयरोस्पेस कंपनी ने अपने न्यू शेफर्ड सबऑर्बिटल यान (New Shepard Suborbital Vehicle) के द्वारा RLV Technology के क्षेत्र में महत्वपूर्ण उन्नति की है इसके संस्थापक जैफ बेजॉस (Jeff Bezos) हैं। न्यू शेफर्ड सबऑर्बिटल यान वर्टिकल टेक ऑफ और लैंडिंग क्षमताओं से युक्त है। 

नासा (NASA)

नासा ने भी अपने स्पेस शटल प्रोग्राम और स्पेस लॉन्च सिस्टम के विकास में पुन: प्रयोज्य प्रक्षेपण यान प्रौद्योगिकी (RLV Technology) को अपनाया है। 

RLV के साथ अंतरिक्ष अन्वेषण का भविष्य

RLV technology नियमित रूप से परिपक्व(Mature) और विकसित (Evolve) हो रही है तथा भविष्य में इसकी अनदेखी नहीं की जा सकती है। कुछ महत्वपूर्ण क्षेत्र ऐसे हैं जहां RLVs की सहभागिता की संभावना होगी यह निम्नलिखित है-

उपग्रह परिनियोजन | Commercial Satellite Deployment

तेजी से बढ़ते हुए सैटलाइट कम्युनिकेशन और अर्थ ऑब्जर्वेशन सर्विस के तेजी से बढ़ते हुए बाजार को RLV द्वारा प्रस्तावित कम लागत और अधिक लॉन्च आवृत्ति से अधिक लाभ होगा। वैश्विक कनेक्टिविटी या रिमोट सेंसिंग अनुप्रयोगों के लिए छोटे उपग्रहों के समूह को तैनात करने की इच्छुक कंपनियाँ RLV को एक लागत प्रभावी और कुशल समाधान मानेगीं ।

मानव की अंतरिक्ष उड़ान | Human Space Flight

RLV निश्चित रूप से ही मानव की अंतरिक्ष उड़ान को सतत एवं वहन योग्य (Affordable) बना देगा। चाहे अंतरिक्ष यात्रियों कोअंतरराष्ट्रीयअंतरिक्ष स्टेशन (ISS) ले जाना हो या चंद्रमा और मंगल ग्रह पर भविष्य के मानव युद्ध मिशनों के लिए आधार तैयार करना हो RLV पृथ्वी से परे मानव की उपस्थितिका विस्तारदर्ज करने के लिए मार्ग प्रदान करता है। 

वैज्ञानिक अन्वेषण | Scientific Exploration

 RLVs अन्वेषणविदों (Researchers) और वैज्ञानिकों को अभूतपूर्व रूप से अंतरिक्ष में प्रयोग (Experiment) एवं अवलोकन (Observation) करने की अनुमति देता है। चाहे जैविक प्रणालियों पर माइक्रोवेव ग्रेविटी प्रभावों का अध्ययन करना हो याकक्षा से जलवायु पैटर्न की निगरानी रखना हो या सुदूर खगोलीय पिंडों की खोज करना हो आरएलपीवैज्ञानिक प्रयासों की एक विस्तृत श्रृंखला की सुविधा प्रदान करते हैंजो ब्रह्मांड की हमारी समझ में योगदान करते हैं। 

निष्कर्ष

इस प्रकार यह कहा जा सकता है कि पुन: प्रयोज्य प्रक्षेपण यान (RLV)  अंतरिक्ष अन्वेषण में एक बड़ा परिवर्तन लाने में समर्थ है तथा लागत दक्षता , सततता और ब्रह्मांड तक विस्तारित पहुंच प्रदान करते हैं। निरंतर नवाचार और निवेश के द्वारा RLVs में नए आयाम को खोलने की क्षमता है जो मानवता कोएक ऐसे भविष्य की ओर ले जा सकता हैजहां अंतरिक्ष अन्वेषण केवल संभव ही नहीं बल्कि सतत और समावेशी भी होता है। reusable launch vehicle आने वाली पीढ़ियों के लिए अंतरिक्ष अन्वेषण के मार्ग कोअत्यधिक सरल बना देगा।

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 भारत के पुन: प्रयोज्य प्रक्षेपण यान (Reusable Launch Vehicle) कोपुष्पक’ नाम क्यों दिया गया ?

महाकाव्य रामायण मे वर्णित पुष्पक विमान के कारण

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