कृषि क्षेत्र में कीट किसान के लिए एक बड़ी चुनौती है। किसान और उत्पादक Ethylene Oxide जैसे कीटनाशकों सहित विभिन्न तरीकों का उपयोग करते हैं जिससे कि उन्हें कीटों और अन्य पैथोजनों से फसल को सुरक्षित रखा जा सके। एथिलीन ऑक्साइड (ETO) एक ऐसा कीटनाशक है जिसका उपयोग कृषि उद्योग में किया जाता है जो कीटों को नियंत्रित करने में प्रभावी होता है। यद्यपि मसाले पर इसके प्रभाव के संबंध में सुरक्षा और विनियामक में मामले शामिल है।
हाल ही में सिंगापुर और हाँगकाँग के खाद्य सुरक्षा नियामकों ने भारतीय ब्रांडों MDH और Everest के कुछ मसालों को लेकर गुणवत्ता संबंधी चिंताएं जताई है ! इन मसालों मे स्वीकार्य सीमा से अधिक कीटनाशक उपस्थित होने के कारण प्रतिबंध लगाया है ।
Ethylene Oxide | एथिलीन ऑक्साइड
एथिलीन ऑक्साइड एक रंगहीन एवं ज्वलनशील गैस हैजिसका उपयोगविभिन्न उद्योगों जैसे- कृषि, स्टेरलाइजिंग एजेंटऔर धुआं करने वाले एजेंट के रूप में प्रयोग किया जाता है। यह कीटो, माइट्स (Mites) और कब को जैसे विभिन्न किट को नियंत्रित करने में प्रभावित होता है इसका उपयोग कई किसानों और उत्पादकों द्वारा किया जाता है।
एथिलीन ऑक्साइड के उपयोग
एथिलीन ऑक्साइड एक केमिकल है जो की लिथियम आयन के उत्पादन में प्रयोग किया जाता है तथा यह इलेक्ट्रिक वाहन के लिए एक महत्वपूर्ण ऊर्जा स्रोत माना जाता है । एथिलीन ऑक्साइड का प्रयोग एथिलीन कार्बोनेट के उत्पादन में भी किया जाता है जो की इलेक्ट्रिक वाहनों को आसानी से चलाने में सहायक होता है। एथिलीन ऑक्साइड का उपयोग सेमीकंडक्टर उद्योग में विशेष रूप चिप डिजाइन में किया जाता है और इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों में इसका प्रयोग होता है। एथिलीन ऑक्साइड एक ज्वलनशील, रंगहीन ,स्वच्छ गैस है जिसकी खुशबू – मीठी एवं प्रज्वलन बिंदु – 0 ℉ होता है। एथिलीन ऑक्साइड , जल में घुलनशील होती है तथा इसकी भाप वायु से भारी होती है ।
एथिलीन ऑक्साइड का उपयोग निम्नलिखित क्षेत्रों मे किया जाता है –
- घर की सफाई में
- टेक्सटाइल में
- डिटर्जेंट में
- एंटी फ्रीजिंग एजेंट के रूप में
- चिपकाने वाले पदार्थ बनाने में
- सेफ्टी चश्मा बनाने में
- पॉलिएस्टर में
- कृषि ऑन फसलों में कीटों से सुरक्षा हेतु
- मेडिकल उपकरणों के sterilization में
एथिलीन ऑक्साइड हमारी श्वास नलियों द्वारा शीघ्र ही शोषण कर ली जाती है। यह रक्त में शीघ्र घुलनशील होने के कारण हमारे शरीर में तेजी से फैल जाती है जिससे फेफड़े, लिवर,किडनी, वृषण, तिल्ली , मस्तिष्क प्रभावित होते हैं।
खाद्य नियामक | Food Regulatories
Country | खाद्य नियामक |
सिंगापुर | Singapore Food Agency (SFA ) |
हाँगकाँग | Center for Food Safety (CFS) Under Hong Kong food & Environmental Hygiene |
भारत | FSSAI |
Ethylene Oxide और मसाला उत्पादन
मसाले रसोई की पारंपरिक संस्कृतियों का एक अभिन्न हिस्सा हो जो खाने को स्वाद, सुगंध और रंग देते हैं हालांकि मसालों की फैसलों के उत्पादन के दौरान भंडारण, परिवहन के दौरान कीटों द्वारा प्रभावित हो सकती है। एथिलीन ऑक्साइड का उपयोगअक्सर मसाले के उत्पादन में किया जाता है ताकि इन अमूल्य फसलों को कीटों के नुकसान और अन्य कीटाणुओं से बचाया जा सके।
मसाले की गुणवत्ता पर एथिलीन ऑक्साइड का प्रभाव
यद्यपि Ethylene Oxide कीटों के नियंत्रण में प्रभावी साबित हुई है लेकिन इसका उपयोग मसालों की गुणवत्ता विशेष रूप से प्रभावित करती है । इस कीटनाशक के प्रयोग से मसालों के संवेदी गुण जैसे – सुगंध (Aroma) , स्वाद (Flavor) और रंग (Color)। इस कीटनाशक की अनुचित मात्रा एवं लंबे समय तक उपयोग से मसाले की गुणवत्ता में अनचाहे परिवर्तन हो सकते हैं जिससे उपभोक्ताओं को दुष्प्रभाव का सामना करना पड़ सकता है।
सुरक्षा संबंधी विचार एवं विनियमन
Ethylene Oxide विशेष रूप से खाद्य उत्पादों में , विनियामक अधिकारियों और उपभोक्ता के ध्यानाकर्षण का विषय है । पर्यावरण संरक्षण एजेंसी (EPA) अमेरिका में और यूरोपीय संघ में यूरोपीय खाद्य सुरक्षा प्राधिकरण (EFSA) जैसे विनियामक निकायों ने खाद्य पदार्थों मे कीटनाशक अवशिष्टों के मानक और अधिकतम अवशेष सीमा (MRL) की दिशा निर्धारित की है ।
जोखिमों को कम करना और सुरक्षा सुनिश्चित करना
थिलीन ऑक्साइड के उपयोगी से जुड़े जोखिमों को कम करने के लिए कई उपाय किए जा सकते हैं-
विनियमन का पालन
उत्पादकों को एथिलीन ऑक्साइड और मसालों के उत्पादन और प्रसंस्करण में से अन्य कीटनाशकों के उपयोग से संबंधित मानकों और दिशानिर्देशों का पालन करना चाहिये ।
उपयुक्त अनुप्रयोग तकनीक
उपयुक्त अनुप्रयोग तकनीक और खुराक नियंत्रण को नियोजित करने से प्रभावी कीट नियंत्रण करते हुए मसालों की गुणवत्ता पर एथिलीन ऑक्साइड के संभावित नकारात्मक प्रभावों को काम किया जा सकता है ।
निगरानी एवं परीक्षण
कीटनाशकों के अवशेष- Ethylene Oxide सहित मसालों के नमूनों की नियमित निगरानी और परीक्षण , सुरक्षा नियमों का अनुपालन सुनिश्चित करने और उपभोक्ताओं को उत्पाद की गुणवत्ता और सुरक्षा के बारे में आश्वस्त करने में मदद मिल सकती है।
वैकल्पिक कीट प्रबंधन रणनीतियाँ
एकीकृत कीट प्रबंधन (IPM) रणनीति और प्राकृतिक या या जैविक कीटनाशकों के उपयोग जैसी वैकल्पिक कीट प्रबंधन रणनीतियों की खोज अपनाने से एथिलीन ऑक्साइड और अन्य सिंथेटिक रसायनों पर निर्भरता काम हो सकती है ।
निष्कर्ष
Ethylene Oxide कीटनाशक किसानों की फसलों को कीटों से बचाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता और उनकी गुणवत्ता और सुरक्षा को उत्पादन और वितरण के दौरान सुनिश्चित करता है हालांकि इसके उपयोग से संबंधित सुरक्षा संबंधित वादों के समाधान हेतु संबंधित नियमों और दिशा निर्देशों का पालन करना आवश्यक है जिससे मानव स्वास्थ्य और पर्यावरण को किसी भी खतरे से बचाया जा सके। जिम्मेदार अभ्यासन काहो सके एवं विनियामक विधियों को अपनाकर , क्यों यह सुनिश्चित कर सकता है कि उच्च गुणवत्ता वाले उत्पादों को उत्पादित किया जाय जो उपभोक्ताओं की अपेक्षाओं को पूरा करते हैं और पारिस्थितिकीय सततता को प्राथमिकता देते हैं ।
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Que. Ethylene Oxide का उपयोग कहाँ किया जाता है ?
Ans. एथिलीन ऑक्साइड का उपयोग निम्नलिखित क्षेत्रों मे किया जाता है –
घर की सफाई में
टेक्सटाइल में
डिटर्जेंट में
एंटी फ्रीजिंग एजेंट के रूप में
चिपकाने वाले पदार्थ बनाने में
सेफ्टी चश्मा बनाने में
पॉलिएस्टर में
कृषि ऑन फसलों में कीटों से सुरक्षा हेतु
मेडिकल उपकरणों के sterilization में
Que. भारत के खाद्य नियामक का नाम क्या है ?
Ans. FSSAI