कैबिनेट समितियाँ 2024

भारत में कैबिनेट समितियाँ नीति निर्माण और प्रशासनिक कार्यों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं। ये समितियाँ विभिन्न मुद्दों पर गहन विचार-विमर्श और निर्णय लेने में सहायक होती हैं। इस लेख में हम कैबिनेट समितियों की संरचना, कार्य, और महत्व पर विस्तार से चर्चा करेंगे।

कैबिनेट समितियाँ

कैबिनेट-समितियाँ
कैबिनेट समितियाँ

भारत में कैबिनेट समितियाँ नीति निर्माण और प्रशासनिक कार्यों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं। ये समितियाँ विभिन्न मुद्दों पर गहन विचार-विमर्श और निर्णय लेने में सहायक होती हैं। कैबिनेट समितियाँ भारत सरकार की मंत्रिमंडलीय व्यवस्था का एक हिस्सा हैं। ये समितियाँ विभिन्न क्षेत्रों में विशेषज्ञता प्राप्त मंत्रियों द्वारा गठित की जाती हैं, ताकि विभिन्न मुद्दों पर विस्तृत विचार-विमर्श किया जा सके और सरकार के कार्यों को बेहतर तरीके से संचालित किया जा सके।

कैबिनेट समितियों के प्रकार

कैबिनेट समितियों को विभिन्न प्रकारों में विभाजित किया जा सकता है। इनमें से कुछ प्रमुख प्रकार निम्नलिखित हैं:

राजनीतिक मामलों की समिति

राजनीतिक मामलों की समिति (Political Affairs Committee) का कार्य देश की राजनीति से संबंधित महत्वपूर्ण निर्णय लेना होता है। यह समिति राष्ट्रीय सुरक्षा, विदेश नीति, आंतरिक सुरक्षा और अन्य महत्वपूर्ण राजनीतिक मुद्दों पर विचार-विमर्श करती है।

आर्थिक मामलों की समिति

आर्थिक मामलों की समिति (Economic Affairs Committee) देश की आर्थिक नीतियों, बजट, आर्थिक सुधारों और विकास योजनाओं पर विचार-विमर्श करती है। यह समिति विभिन्न मंत्रालयों के आर्थिक मामलों का समन्वय करती है और देश की आर्थिक स्थिति को बेहतर बनाने के लिए नीतियों का निर्माण करती है।

सुरक्षा मामलों की समिति

सुरक्षा मामलों की समिति (Security Affairs Committee) देश की आंतरिक और बाहरी सुरक्षा से संबंधित मुद्दों पर विचार-विमर्श करती है। यह समिति राष्ट्रीय सुरक्षा, रक्षा, आंतरिक सुरक्षा और अन्य संबंधित मुद्दों पर निर्णय लेती है।

पर्यावरण और वन मामलों की समिति

पर्यावरण और वन मामलों की समिति (Environment and Forest Affairs Committee) पर्यावरण संरक्षण, वन्य जीव संरक्षण और वनों के प्रबंधन से संबंधित मुद्दों पर विचार-विमर्श करती है। यह समिति पर्यावरणीय नीतियों का निर्माण करती है और उन्हें लागू करने में मदद करती है।

सामाजिक न्याय और अधिकारिता समिति

सामाजिक न्याय और अधिकारिता समिति (Social Justice and Empowerment Committee) समाज के कमजोर वर्गों, अनुसूचित जातियों, अनुसूचित जनजातियों, अन्य पिछड़ा वर्गों और विकलांग व्यक्तियों के कल्याण से संबंधित मुद्दों पर विचार-विमर्श करती है। यह समिति सामाजिक न्याय और समता को बढ़ावा देने के लिए नीतियों का निर्माण करती है।

कैबिनेट समितियों का महत्व

कैबिनेट समितियाँ सरकार की कार्यप्रणाली में कई महत्वपूर्ण भूमिकाएँ निभाती हैं। इनमें से कुछ प्रमुख महत्व निम्नलिखित हैं:

निर्णय लेने में सहायक

कैबिनेट समितियाँ विभिन्न मुद्दों पर विस्तृत विचार-विमर्श करती हैं और सरकार को उचित निर्णय लेने में सहायता करती हैं। इन समितियों के माध्यम से मंत्रियों को विशेषज्ञता प्राप्त होती है, जिससे वे बेहतर निर्णय ले सकते हैं।

समन्वय और सहयोग

कैबिनेट समितियाँ विभिन्न मंत्रालयों और विभागों के बीच समन्वय और सहयोग को बढ़ावा देती हैं। यह सुनिश्चित करती हैं कि सभी मंत्रालय एक साथ मिलकर कार्य करें और सरकार की नीतियों को सफलतापूर्वक लागू कर सकें।

विशेषज्ञता का उपयोग

कैबिनेट समितियाँ विभिन्न क्षेत्रों में विशेषज्ञता प्राप्त मंत्रियों का उपयोग करती हैं, जिससे विभिन्न मुद्दों पर विस्तृत और विशेषज्ञ विचार-विमर्श हो सके। यह सुनिश्चित करता है कि सरकार की नीतियाँ और निर्णय वैज्ञानिक और तर्कसंगत आधार पर हों।

त्वरित निर्णय

कैबिनेट समितियाँ त्वरित निर्णय लेने में सहायता करती हैं। विभिन्न मुद्दों पर विचार-विमर्श और चर्चा के बाद, ये समितियाँ त्वरित निर्णय ले सकती हैं, जो सरकार के कार्यों को तेजी से आगे बढ़ाने में मदद करती हैं।

पारदर्शिता और जवाबदेही

कैबिनेट समितियाँ सरकार की कार्यप्रणाली में पारदर्शिता और जवाबदेही को बढ़ावा देती हैं। विभिन्न मुद्दों पर विस्तृत विचार-विमर्श और चर्चा के बाद लिए गए निर्णय अधिक पारदर्शी और जवाबदेह होते हैं।

Modi 3.0 कैबिनेट समितियाँ 2024

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कैबिनेट कमेटियों का गठित कर दी  है। कैबिनेट की नई कमेटी में राजग  सरकार के की सहयोगी तेदेपा ,जदयू एवं जदएस समेत कई दलों के मंत्रियों को जगह मिली है। अमित शाह सभी कैबिनेट समितियां में शामिल किए गए हैं, तो रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह को भी कई कमेटी में रखा गया है।

कैबिनेट की सबसे प्रमुख “सुरक्षा मामलों की समिति” में राजनाथ सिंह के साथ अमित शाह, विदेश मंत्री एस जयशंकर, वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण को शामिल किया गया है। राजनीतिक मामलों की समिति में हिंदुस्तानी आवाम  मोर्चा (हम) के जीतनराम मांझी , तेदेपा के राम मोहन नायडू है एवं भाजपा की अन्नपूर्णा देवी को सदस्य बनाया गया।

विभिन्न कैबिनेट कमेटी के सदस्य- 2024

1. नियुक्ति समिति

  • प्रधानमंत्री – नरेंद्र मोदी
  • गृहमंत्री – अमितशाह

2. आवास संबंधी समिति (Cabinet committee on accommodation)

  • अमितशाह
  • सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री – नितिन गडकरी
  • वित्त मंत्री– निर्मला सीतारमण
  • शहरी विकास मंत्री- मनोहर लाल
  • वाणिज्य मंत्री- पीयूष गोयल
  • प्रधानमंत्री कार्यालय में राज्य मंत्री- डॉ जितेंद्र सिंह (विशेष आमंत्रित सदस्य बनाए गए)

3. आर्थिक मामलों की समिति ( Cabinet committee on economic affair)

  • प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी
  • गृहमंत्री – अमित शाह
  • राजनाथ सिंह
  • नितिन गडकरी
  • कृषि मंत्री – शिवराज सिंह चौहान
  • निर्मला सीतारमण
  • भारी उद्योग मंत्री – H D कुमारस्वामी
  • विदेश मंत्री – S जयशंकर
  • पीयूष गोयल
  • शिक्षा मंत्री – धर्मेंद्र प्रधान
  • पंचायती राज और मत्स्य पालन मंत्री – राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह

4. संसदीय मामलों की समिति (Cabinet committee on parliamentary affair)

  • राजनाथ सिंह
  • अमित शाह
  • स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री – जेपी नड्डा
  • निर्मला सीतारमण
  • पंचायती राज और मत्स्य पालन मंत्री – ललन सिंह
  • सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री – डॉ वीरेंद्र कुमार
  • नागरिक उड्डयन मंत्री – राम मोहन नायडू
  • जनजातीय कल्याण मंत्री – जुएल ओरांव
  • संसदीय कार्यमंत्री – किरण रिजिजु 
  • जलशक्ति मंत्री – C R पाटिल
  • विधि राज्य मंत्री – अर्जुन राम मेघवाल (विशेष आमंत्रित सदस्य) 
  • सूचना प्रसारण मंत्री  – डॉक्टर L मुरुगन (विशेष आमंत्रित सदस्य) 

5. राजनीतिक मामलों की समिति (Cabinet committee on political affair)

  • प्रधानमंत्री
  • रक्षा मंत्री – राजनाथ सिंह
  • गृहमंत्री – अमित शाह
  • नितिन गडकरी
  • जेपी नड्डा
  • निर्मला सीतारमण
  • पीयूष गोयल
  • लघु एवं मध्यम उद्यम मंत्री – जीतनराम मांझी
  • बंदरगाह,जहाजरानी एवं जलमार्ग मंत्री – सर्बानंद सोनोवाल
  • राम मोहन नायडू
  • वन एवं पर्यावरण मंत्री – भूपेंद्र यादव
  • महिला एवं बाल विकास मंत्री – अन्नपूर्णा देवी
  • संसदीय कार्यमंत्री – किरण रिजिजु 
  • कोयला मंत्री – जी किशन रेड्डी

6. सुरक्षा मामले की समिति

  • प्रधानमंत्री
  • रक्षा मंत्री – राजनाथ सिंह
  • गृहमंत्री – अमितशाह
  • निर्मला सीतारमण
  • एस जयशंकर

7. निवेश एवं विकास समिति (Cabinet committee on investment and growth)

  • प्रधानमंत्री
  • रक्षा मंत्री- राजनाथ सिंह
  • गृहमंत्री – अमित शाह
  • नितिन गडकरी
  • निर्मला सीतारमण
  • पीयूष गोयल
  • उपभोक्ता मामले खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण मंत्री – प्रल्हाद जोशी
  • कपड़ा मंत्री- गिरिराज सिंह
  • रेल मंत्री – अश्विनी वैष्णव
  • संचार मंत्री – ज्योतिरादित्य सिंधिया
  • पेट्रोलियम मंत्री – हरदीप सिंह पुरी
  • खाद्य प्रसंस्करण मंत्री – चिराग पासवान
  • सांख्यिकीएवं कार्यक्रम कार्यान्वयन  मंत्री – राव इंद्रजीत सिंह (विशेष आमंत्रित सदस्य)
  • आयुष राज्यमंत्री – प्रताप राव जाधव (विशेष आमंत्रित सदस्य)

8. कौशल विकास एवं रोजगार समिति (Cabinet committee on skill, Employment and livelihood) 

  • प्रधानमंत्री
  • रक्षा मंत्री-  राजनाथ सिंह
  • गृहमंत्री- अमित शाह
  • नितिन गडकरी
  • निर्मला सीतारमण
  • पीयूष गोयल
  • धर्मेंद्र प्रधान
  • अश्विनी वैष्णव
  • भूपेंद्र यादव
  • संस्कृति मंत्री – गजेंद्र सिंह शेखावत
  • हरदीप सिंह पुरी
  • श्रम-रोजगार मंत्री – डॉ  मनसुख मांडविया
  • कौशल विकास एवं उद्यमिता राज्यमंत्री – जयंत चौधरी (विशेष आमंत्रित सदस्य)

निष्कर्ष

कैबिनेट समितियाँ भारतीय सरकार की कार्यप्रणाली का एक महत्वपूर्ण हिस्सा हैं। ये समितियाँ विभिन्न मुद्दों पर विचार-विमर्श करती हैं, समन्वय और सहयोग को बढ़ावा देती हैं और सरकार को उचित निर्णय लेने में सहायता करती हैं। कैबिनेट समितियों का महत्व सरकार की नीतियों और निर्णयों को तर्कसंगत और वैज्ञानिक आधार पर बनाने में निहित है। इन समितियों के माध्यम से सरकार के कार्य सुचारू रूप से संचालित होते हैं और देश की प्रगति में महत्वपूर्ण योगदान देते हैं।

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